श्री हनुमान चालीसा Hanuman Chalisha:
श्री हनुमान चालीसा के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास जी है जिन्होंने अवधि भाषा मे "श्रीरामचरितमानस" की रचना की थी, गोस्वामी जी ने श्रीराम के परम भक्त और अतुलित बल एवं बुद्धि के स्वामी श्रीहनुमान जी के वर्णन में हनुमान चालीसा की रचना की थी। गोस्वामी जी कहते है "हरि अनंत हरि कथा अनंता" अतः चालीसा का सम्पूर्ण वर्णन तो असंभव है इसलिए अपने ज्ञान अनुआर अर्थ है:
॥चौपाई 11॥
॥लाये सजीवन लखन जिआए ,
श्रीरघुबीर हरसि उर लाये॥11॥
अर्थ
अतुलित बलधामा हनुमान जी अपने संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण जी के प्राणों को बचाया तथा भगवान श्रीराम प्रसन्न होकर आपको अपने ह्रदय से लगा लिया।
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